गुजरात के पावागढ़ तीर्थ क्षेत्र में जैन प्रतिमाएं हटाने से जैन समाज में आक्रोश
गुजरात के पावागढ़ तीर्थ क्षेत्र में महाकाली माताजी मंदिर के पास पुरानी सीढ़ियों के समीप विराजित जैन तीर्थंकरों की प्राचीन प्रतिमाएं हटाए जाने की घटना सामने आई है । इससे गुजरात सहित देश भर के जैन समाज में आक्रोश है । आरोप है कि पावागढ़ महाकाली माताजी मंदिर ट्रस्ट के न्यासियों व मैनेजर के इशारे पर 16 जून को जैन प्रतिमाएं हटाई गई । पावागढ़ महाकाली माता ट्रस्ट संस्थान के ट्रस्टी सुरेंद्र भाई पटेल ने बताया कि जैन समाज के अग्रणियों के कहने से जैन तीर्थकर की प्रतिमाओं को ससम्मान एक ओर रखा गया है । ये प्रतिमाएं जैन समाज के लोगों को सौंपी जाएगी ।
समाज ने इन प्रतिमाओं को तत्काल वहीं पुनः स्थापित करने की मांग की है । रविवार देर रात जैन समाज की ओर से पावागढ़ पुलिस को ज्ञापन सौंपा गया । सोमवार को इस घटना को लेकर वडोदरा- -सूरत सहित देश भर में प्रदर्शन की तैयारी है । जैन समाज के अग्रणी दीपक शाह – नीरज जैन ( एडवोकेट ) ने बताया कि पावागढ़ भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन क्षेत्र है । यहां जैन तीर्थंकर भगवान की प्राचीन और दुर्लभ प्रतिमाएं विराजित हैं । महाकाली मंदिर के ट्रस्टी ( न्यासी ) सुरेन्द्र पटेल , अशोक पंड्या और मैनेजर विक्रम के इशारे पर मूर्तियों को हटा दिया गया है । डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक डॉ एच सी राजेंद्र कुमार जैन, अनूज जैन, डॉक्टर कंचन जैन, शिवानी जैन एडवोकेट, प्रशांत जैन समाजसेवी, प्राची जैन, सुनील जैन ने कहा कि इस कृत्य को लेकर इनके प्रति जैन समाज में नाराजगी है ।